मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गोरखपुर और उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य कौशांबी से चुनाव लड़ेंगे। दोनों के सांसद होने के बावजूद सीएम व डिप्टीसीएम बनने का मामला हाई कोर्ट पहुंचने के बाद भाजपा नेतृत्व ने यह फैसला लिया है। योगी गोरखपुर शहर व केशव सिराथू विधानसभा सीट से चुनाव मैदान में उतरेंगे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और योगी सरकार के दोनों उप मुख्यमंत्रियों के किसी भी सदन का सदस्य न होने का मामला हाईकोर्ट तक पहुंचने के बाद अब ये तय हो गया है कि योगी आदित्यनाथ और उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य अपनी संसदीय सीट से इस्तीफा देने के बाद फिर से चुनाव लड़ेंगे। बताते चलें कि समाजसेवी संजय शर्मा की ओर इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ खंडपीठ में दायर जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए कोर्ट ने जवाब तलब किया है।
कोर्ट ने पूछा है कि योगी आदित्यनाथ और केशव प्रसाद मौर्या सांसद रहते हुए एक साथ मुख्यमंत्री और उपमुख्मंत्री पद पर कैसे रह सकते हैं? कोर्ट के रुख को भांपते हुए बीजेपी आलाकमान भी हरकत में आ गया है। सूत्रों के अनुसार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या जल्द ही गोरखपुर व फूलपुर संसदीय सीटों से इस्तीफा देंगे और विधानसभा चुनाव लड़कर सदन में पहुंचेंगे। उल्लेखनीय है कि प्रदेश मंत्रिमंडल में शामिल होने वालों को शपथग्रहण के छह माह के भीतर विधानसभा या विधान परिषद की सदस्यता हासिल करना अनिवार्य है।