सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने जम्मू में पाकिस्तान के खिलाफ जवाबी कार्रवाई में पिछले चार दिनों में बीएसएफ ने मोर्टार के 9000 ये ज्यादा गोले दागे. इस दौरान कई जगहों पर दुश्मन की चौकियों और पाकिस्तानी रेंजर्स के तेल डिपो को तबाह किया गया.
बीएसएफ और गृह मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों ने कहा कि जम्मू से लगी 190 किलोमीटर की अंतरराष्ट्रीय सीमा का इलाका ‘‘बेहद तनावपूर्ण’’ है क्योंकि पाकिस्तान रविवार शाम से ही इस समूचे इलाके में भारी फायरिंग कर रहा है. उन्होंने कहा कि बीएसएफ ने 19 जनवरी से अब तक मोर्टार के करीब 9000 गोले दागे हैं. पाकिस्तान द्वारा इलाके की शांति भंग करते हुये बीएसएफ की चौकियों और नागरिक इलाकों को निशाना बनाया गया था.
#WATCH Retaliatory operation by Border Security Force against Pakistan Rangers along International Border in Jammu region (Source: BSF) pic.twitter.com/t9HLALaSWO
— ANI (@ANI) January 22, 2018
उन्होंने कहा कि मोर्टार से की जा रही गोलाबारी, गोला-बारूद से दुश्मनों को जवाब देने के अतिरिक्त है. बीएसएफ ने कहा कि बल ‘‘सटीक’’ गोलीबारी कर जवाबी कार्रवाई कर रहा है जिस दौरान पाकिस्तानी रेंजर्स की तरफ से गोलीबारी करने वाले ठिकानों, मोर्टार पोजीशन्स, आयुध और तेल डिपो को नष्ट किया गया है.
बल ने दो छोटे वीडियो क्लिप्स भी जारी किये जिसमें कथित तौर पर तेल डिपो की तबाही को दर्शाया गया है. उन्होंने कहा कि जम्मू सीमा का ‘चिकेन नेक’ इलाका भी पाकिस्तानी बलों की गोलाबारी का निशाना बना है जो अब तक इससे अछूता था. यह जगह बीएसएफ की मकवाल और कानाचक सीमा चौकी के पास है.
एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘‘इन इलाकों में सुरक्षा बल का एक जवान और कुछ नागरिक घायल हुये हैं. यहां रविवार से ही पाकिस्तान की तरफ से भारी फायरिंग की जा रही है.’’ सूत्रों ने कहा कि भारतीय बलों ने सीमा पार अग्रिम चौकियों पर रेंजर्स और पाकिस्तानी सेना के वरिष्ठ कमांडरों की आवाजाही भी देखी है.
अधिकारियों ने कहा, ‘‘जहां तक हम समझते हैं यह दौरा पाकिस्तानी कमांडरों ने अपने सैनिकों का उत्साह बढ़ाने के लिये किया है जिन्हें भारत की जवाबी कार्रवाई में भारी नुकसान हुआ है. यह भी समझा जा सकता है कि भारत की कार्रवाई में उनके कई जवान हताहत हुये हैं.’’ उन्होंने कहा कि पाक रेंजर्स ने बीएसएफ से बातचीत और फ्लैग मीटिंग से अब तक ‘‘इनकार’’ किया है.
उन्होंने कहा कि जम्मू इलाके में बीएसएफ की सभी सीमा चौकियों को ‘‘हाई अलर्ट’’ पर रखा गया है और वरिष्ठ कमांडरों को कहा गया है कि कम से कम अगले एक हफ्ते तक सीमा पर ही रहें. उन्होंने कहा कि घुसपैठ पर नजर रखने के लिये बल ने अंतरराष्ट्रीय सीमा पर गश्त भी बढ़ा दी है.
बीएसएफ के महानिदेशक के के शर्मा ने पिछले हफ्ते अग्रिम इलाकों का दौरा किया था और माना जा रहा है कि वे 26 जनवरी के आसपास फिर इस इलाके का दौरा कर सकते हैं.