प्रदेश के किसी भी जिले में कोई भी थानेदार रिपोर्ट दर्ज करने में आनाकानी नहीं करेगा। यदि थानेदार रिपोर्ट नहीं लिखता है तो एक स्पेशल सेल में जिले के किसी भी हिस्से में हुई घटना की रिपोर्ट दर्ज होगी। साथ ही संबंधित थानेदार से जवाब तलब किया जाएगा कि रिपोर्ट लिखने में कोताही क्यों। यदि रिपोर्ट स्पेशल सेल में दर्ज हुई तो संबंधित इलाके के थानेदार की लापरवाही को उसकी सर्विस बुक में भी लिखा जाएगा। प्रदेश के सभी जिलों में एफआईआर की यह स्पेशल सेल जुलाई से काम करना शुरू कर देगी। बड़े पैमाने पर रिपोर्ट दर्ज नहीं होने की शिकायतों के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्वयं पहल करते हुए प्रमुख सचिव (गृह) से असरदार व्यवस्था बनाने को पिछले सप्ताह कहा था। इसी परिपेक्ष्य में प्रमुख सचिव (गृह) ने डीजीपी सुलखान सिंह को निर्देश भेजकर सभी जिलों में एसएसपी आफिस में ऑनलाइन एफआईआर काउंटर खोलने को कहा है। प्रमुख सचिव ने डीजीपी के साथ-साथ जोनल अपर पुलिस महानिदेशक, परिक्षेत्रीय पुलिस महानिरीक्षक, डीआईजी और समस्त जिलों के पुलिस कप्तानों को भी निर्देश की कॉपी भेजकर 15 दिन में ऑनलाइन एफआईआर काउंटर खोलने को कहा है। सरकार ने डीजीपी से आदेश पर अमल के बाद सभी जिलों की वास्तुस्थिति रिपोर्ट भी मांगी है।
योगी सरकार का बड़ा आदेश: थानेदार अगर FIR लिखने में आनाकानी करे तो यहाँ पर लिखी जाएगी FIR
पुलिसिया रवैये के मद्देनजर आशंका है कि कतिपय मामलों में स्पेशल सेल भी रिपोर्ट दर्ज करने में आनाकानी कर सकती है, अथवा संबंधित थानेदार से मिलीभगत के चलते पीडि़त को टरकाया जाए। ऐसे में सरकार ने तय किया है कि किसी जिले की स्पेशल सेल में एफआईआर दर्ज नहीं होने की शिकायत आई तो संबधित जिले के एसएसपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। ऐसे में डीजीपी ने स्पेशल सेल में कडक़ मिजाज और ईमानदार हेड कांस्टेबिल को तैनात करने के लिए पुलिस कप्तानों से कहा है।